आयुष म्हात्रे भारतीय क्रिकेट जगत का एक चमकता हुआ सितारा है,

जिसने बहुत कम उम्र में ही अपनी पहचान बना ली। चलिए उनके जीवन को स्टेप बाय स्टेप विस्तार से जानते हैं।
इस पोस्ट में आप जानने वाले हैं !
प्रारंभिक जीवन और जन्म
आयुष म्हात्रे का जन्म 16 जुलाई 2007 को महाराष्ट्र के विरार (मुंबई के पास) में हुआ।
वे एक सामान्य मराठी परिवार से आते हैं।
बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का जुनून था।
छोटी उम्र में ही गली क्रिकेट से लेकर प्रोफेशनल क्रिकेट तक का सफर शुरू हो गया।
👉 उनकी मेहनत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रोज़ाना सुबह 4:15 बजे उठकर विरार से चर्चगेट तक 80 किमी का सफर ट्रेन से करते थे ताकि सही जगह प्रैक्टिस कर सकें।
परिवार और सहयोग
आयुष के परिवार ने उनके क्रिकेट करियर को बहुत सपोर्ट किया।
उनके पिता और चाचा हर कदम पर साथ खड़े रहे।
आर्थिक और मानसिक दोनों तरह से परिवार ने कठिन परिस्थितियों में भी उन्हें आगे बढ़ने दिया।
यही सहयोग उनकी सफलता की नींव बना।
शिक्षा और शुरुआती क्रिकेट ट्रेनिंग
आयुष ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई विरार से ही की।
स्कूल के दिनों से ही क्रिकेट में उनकी रुचि बढ़ गई थी।
वे अक्सर लोकल टूर्नामेंट्स और क्लब क्रिकेट में हिस्सा लिया करते थे।
उनकी प्रतिभा देखकर स्थानीय कोच और चयनकर्ताओं ने भी उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया।
घरेलू क्रिकेट करियर (Domestic Career)
आयुष म्हात्रे ने घरेलू क्रिकेट में बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया।
(a) प्रथम श्रेणी (First-Class) क्रिकेट
उन्होंने इऱानी कप 2024–25 से मुम्बई की ओर से डेब्यू किया।
इसके बाद रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ 176 रनों की पारी खेलकर सबको चौंका दिया।
उनकी यह पारी बताती है कि उनमें लंबी पारियाँ खेलने का दम है।
(b) लिस्ट-A (List A) क्रिकेट
विजय हजारे ट्रॉफी में नागालैंड के खिलाफ 181 रनों की पारी खेली।
वे इतिहास के सबसे युवा बल्लेबाज़ बने जिन्होंने लिस्ट-A क्रिकेट में 150+ रन बनाए।
उन्होंने यशस्वी जायसवाल का रिकॉर्ड तोड़ा।
(c) U-19 क्रिकेट
आयुष को भारत U-19 टीम में चुना गया।
2024 ACC U-19 एशिया कप में उन्होंने 175 रन बनाए।
UAE और जापान के खिलाफ शानदार पारियाँ खेलीं।
सेमी-फाइनल में गेंदबाजी से भी योगदान दिया और 2 विकेट लिए।
IPL करियर और CSK से जुड़ाव
(a) IPL 2025 नीलामी
IPL 2025 की नीलामी में वे अनसोल्ड रहे।
लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें रुतुराज गायकवाड़ की चोट के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल किया।
(b) IPL डेब्यू
आयुष ने अपना IPL डेब्यू 20 अप्रैल 2025 को मुंबई इंडियंस के खिलाफ किया।
इस मैच में उन्होंने 15 गेंदों पर 32 रन बनाए।
वे बन गए CSK के इतिहास के सबसे युवा डेब्यू करने वाले खिलाड़ी (17 साल 278 दिन)।
(c) शानदार पारी
RCB के खिलाफ उन्होंने 48 गेंदों पर 94 रन की धुआंधार पारी खेली।
इस पारी में 5 छक्के और 9 चौके शामिल थे।
भले ही CSK मैच 2 रन से हार गया, लेकिन आयुष ने सभी को प्रभावित किया।
खेल शैली (Playing Style)
आयुष एक राइट-हैंड ओपनिंग बैट्समैन हैं।
वे तेज़ गेंदबाजी और स्पिन दोनों के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाते हैं।
उनकी ताकत लंबी पारी खेलने की क्षमता और पावर-हिटिंग दोनों है।
साथ ही वे पार्ट-टाइम ऑफ-ब्रेक बॉलर और शानदार फील्डर भी हैं।
रिकॉर्ड्स और उपलब्धियाँ
- लिस्ट-A में सबसे युवा खिलाड़ी जिसने 150+ रन बनाए।
- रणजी ट्रॉफी में मात्र शुरुआती मैचों में ही शतक जड़ा।
- IPL में डेब्यू के साथ ही धमाकेदार प्रदर्शन किया।
- भारत U-19 टीम के अहम खिलाड़ी बने।
कप्तानी और नेतृत्व गुण
- मुंबई हेड कोच ओंकार साल्वी ने उन्हें भविष्य का लीडर बताया।
- इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें भारत U-19 टीम का कप्तान भी बनाया गया।
- उनकी शांत और रणनीतिक सोच उन्हें आने वाले समय में एक बेहतरीन कप्तान बना सकती है।
मीडिया और धोनी की प्रतिक्रिया
- MS धोनी ने उनके प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा:
- “Well played… आगे भी इसी तरह अच्छा करना है।”
- मीडिया ने उन्हें “Future Star” और “Mini Rohit Sharma” तक कहना शुरू कर दिया।
- उनकी तुलना यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल से की जा रही है।
व्यक्तिगत जीवन और प्रेरणा
- आयुष अपने परिवार और खासकर पिता को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।
- वे रोहित शर्मा को अपना आदर्श मानते हैं।
- सोशल मीडिया पर वे युवाओं में काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।
- वे जमीन से जुड़े इंसान हैं और अपनी मेहनत और अनुशासन को सबसे बड़ा हथियार मानते हैं।
भविष्य और लक्ष्य
- आयुष का लक्ष्य भारत की सीनियर टीम में जगह बनाना है।
- वे आने वाले सालों में विश्व क्रिकेट के बड़े सितारे बन सकते हैं।
- उनकी निरंतर मेहनत और खेल शैली बताती है कि वे “Next Big Thing” साबित हो सकते हैं।
निष्कर्ष
आयुष म्हात्रे की कहानी संघर्ष, मेहनत और सफलता का अद्भुत उदाहरण है। गली क्रिकेट से शुरू होकर रणजी ट्रॉफी, लिस्ट-A और IPL तक का सफर दिखाता है कि सपने पूरे करने के लिए जुनून
और अनुशासन ही सबसे बड़ी कुंजी है।