मुल्लांपुर स्थित महाराजा यादव इंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की Pitch सामान्य रूप से बल्लेबाज और गेंदबाज, दोनों के लिए समान मानी जाती है।
हालांकि, यह पिच बल्लेबाजों के लिए थोड़ा अधिक अनुकूल होती है क्योंकि यहां गेंद Bat पर अच्छी तरह आती है।
वहीं, तेज गेंदबाजों को Spinners की तुलना में अधिक सहायता मिलती है, लेकिन स्पिनर भी इस Dry Pitch पर किफायती साबित हो सकते हैं।
अगर आप IPL प्रशंसक हैं, तो हम आपको बता दें कि 2025 में इस मैदान पर खेले गए मैचों में पहले पारी का औसत स्कोर 178 रहा है, जो दर्शाता है कि यह बल्लेबाजों के लिए लाभदायक है।

वहीं, तेज गेंदबाजों ने अब तक इस मैदान पर केवल 47 Wickets लिए हैं, जो उनकी Effectiveness को दर्शाता है।
मैच के दौरान जो टीम Toss जीतती है, उसके अधिकांश Captains पहले गेंदबाजी करना पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दूसरी पारी में Dew गिरने से बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है।
हालांकि, इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी और पहले गेंदबाजी करने वाली टीमों ने समान रूप से मैच जीते हैं, जिससे Toss का परिणाम मैच के नतीजे पर निर्णायक साबित नहीं होता।
इस पोस्ट में आप जानने वाले हैं !
स्टेडियम की मुख्य जानकारी
- स्थान – मुल्लांपुर, चंडीगढ़, पंजाब, भारत
- स्थापना – 2024
- स्वामित्व – पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन
- क्षमता – लगभग 38,000 दर्शक
- प्रथम प्रमुख टूर्नामेंट – IPL 2024
स्टेडियम की पिच का स्वरूप
मुल्लांपुर, चंडीगढ़ में स्थित महाराजा यादविंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को एक Balanced Pitch के रूप में माना जाता है।
इसका मतलब है कि यह न तो पूरी तरह बल्लेबाजों के लिए शानदार है और न ही गेंदबाजों के लिए मुश्किल।
इस Pitch पर तेज गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों को समान रूप से अवसर मिलते हैं, लेकिन Spinners को ज्यादा मदद नहीं मिलती।
बल्लेबाजी के लिए पिच का व्यवहार
जब गेंद थोड़ी पुरानी हो जाती है, तो बल्लेबाज को मदद मिलना शुरू हो जाती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकांश गेंद Bat पर अच्छी तरह आती है, जिससे Shorts खेलना आसान हो जाता है।
इस मैदान पर खेले गए औसत मैचों के अनुसार स्कोर 175-180 Runs तक रहता है, जो दर्शाता है कि बल्लेबाज बड़े स्कोर बना सकते हैं।
हालांकि, शुरुआती कुछ ओवरों में बल्लेबाज को सावधानी बरतनी होती है, लेकिन एक बार Set होने के बाद उन्हें Runs बनाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती।
इसके अलावा, यह मैदान ज्यादा बड़ा नहीं है, जिससे Sixes और Fours लगाना आसान हो जाता है।
तेज गेंदबाजों के लिए पिच का प्रभाव
नई गेंद के साथ गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों को अच्छी Bounce और Swing मिलती है, जिससे शुरुआती ओवरों में Wickets लेने की संभावना बढ़ जाती है।
शाम के समय जब मैच होता है, तो Dew गिरने की संभावना रहती है। अगर Dew ज्यादा हो, तो पिच में नमी आ जाती है, जिससे तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिलने लगती है।
जो गेंदबाज अच्छी Pace के साथ गेंदबाजी कर सकते हैं या फिर Yorkers और Bouncers डालने में माहिर होते हैं, उनके लिए यह मैदान अनुकूल साबित हो सकता है।
पहले के 5-6 Overs में तेज गेंदबाजों को Wickets लेने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि बाद में बल्लेबाजी आसान हो जाती है।
स्पिनरों को कितना फायदा?
इस Pitch पर Spinners को ज्यादा Turn नहीं मिलता, जिससे उनके Wickets लेने की संभावना थोड़ी कम हो जाती है।
हालांकि, वे धीमी गेंदबाजी करके Runs रोक सकते हैं, जिससे विपक्षी टीम पर दबाव बन सकता है।
अगर Pitch सूख जाए, तो इसमें दरारें आ सकती हैं, जिससे Spinners को कुछ हद तक Turn मिल सकता है, लेकिन ऐसा कम ही होता है।
दूसरी पारी में जब Pitch पुरानी हो जाती है, तब Spinners को थोड़ी ज्यादा मदद मिलने लगती है।
टॉस जीतने पर क्या करना चाहिए?
इस मैदान पर कप्तान अक्सर पहले गेंदबाजी करना पसंद करते हैं, क्योंकि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है।
हालांकि, Statistics के अनुसार, पहले बल्लेबाजी करने वाली और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों की जीत का प्रतिशत लगभग समान है।
अगर मैदान पर ज्यादा नमी हो या Dew गिरने की संभावना हो, तो लक्ष्य का पीछा करना और भी फायदेमंद हो सकता है।
मौसम का प्रभाव
गर्मी के दौरान
गर्मियों में यहां की Pitch सूखी और सख्त हो जाती है, जिससे बल्लेबाजों को फायदा मिलता है। तेज धूप के कारण Pitch पर दरारें पड़ सकती हैं, जिससे Spinners को भी कुछ मदद मिल सकती है।
हालांकि, तेज गेंदबाजों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो जाता है क्योंकि सूखी Pitch पर गेंद ज्यादा Swing नहीं करती।
शाम के मैचों के दौरान अधिक गर्मी के कारण Dew का प्रभाव कम रहता है, जिससे Pitch पूरे मैच में एक जैसी बनी रहती है।
सर्दियों के दौरान
ठंड के मौसम में तेज गेंदबाजों को अत्यधिक Swing मिलती है, जिससे शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजों के लिए खेलना मुश्किल हो जाता है।
हवा में नमी होने के कारण लाल और सफेद दोनों प्रकार की Ball को समान रूप से मदद मिलती है। हालांकि, Spinners को ज्यादा फायदा नहीं मिलता क्योंकि ठंड के दौरान Pitch ज्यादा सख्त नहीं रहती।
यदि ठंड अधिक हो, तो गेंदबाजों को Ball पकड़ने में भी कठिनाई हो सकती है।
सुबह के मैचों के दौरान Fog का असर पड़ता है, जिससे गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिल सकती है।
मानसून के दौरान
बारिश के कारण Pitch पर नमी बढ़ जाती है, जिससे तेज गेंदबाजों को फायदा मिलता है।
अगर मैदान गीला हो जाता है, तो Spinners के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि उन्हें Ball पकड़ने में दिक्कत होती है।
इसके अलावा, बारिश के कारण मैच में देरी या रुकावटें आ सकती हैं, जिससे Overs भी घटाए जा सकते हैं, और टीमों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ती है।
ऐसी स्थिति में मैच में DLS Rule लागू हो सकता है, जिससे लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को फायदा या नुकसान हो सकता है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. इस स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए बेहतर है या गेंदबाजों के लिए?
Ans. यह Pitch संतुलित मानी जाती है, लेकिन तेज Outfield होने के कारण बल्लेबाजी करना थोड़ा आसान हो जाता है, क्योंकि गेंद Bat पर अच्छी तरह आती है।
हालांकि, Spinners को ज्यादा मदद नहीं मिलती, लेकिन वे किफायती गेंदबाजी कर सकते हैं।
Q2. क्या इस स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए या गेंदबाजी?
Ans. अगर Dew गिरने की संभावना हो, तो पहले गेंदबाजी करना बेहतर होता है, क्योंकि बाद में बल्लेबाजी आसान हो जाती है। वहीं, गर्मियों के दौरान पहले बल्लेबाजी करना फायदेमंद रहता है,
क्योंकि Pitch सूखने के बाद Runs बनाना मुश्किल हो सकता है। इस वजह से, टॉस के बाद टीम की रणनीति मौसम और पिच की स्थिति पर निर्भर करती है।
Q3. क्या इस स्टेडियम में तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है?
Ans. नई Ball के साथ तेज गेंदबाजों को अच्छी मदद मिल सकती है, जिससे शुरुआती Overs में Wickets लेने के मौके बनते हैं।
सर्दियों में गेंद ज्यादा Swing करती है, जिससे तेज गेंदबाज अधिक प्रभावशाली हो सकते हैं।
हालांकि, गर्मियों में Pitch सूखने के कारण तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिलती, जिससे बल्लेबाजी आसान हो जाती है।
Q4. इस स्टेडियम में ओस का क्या प्रभाव पड़ता है?
Ans. रात के मैचों में Dew गिरने से गेंद गीली हो जाती है, जिससे गेंदबाजी करना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, Ground Fielding और Catching भी प्रभावित होती है।
इसी कारण Dew को ध्यान में रखते हुए पहले गेंदबाजी करना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है।