मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड, ऑस्ट्रेलिया का एक प्रमुख और लोकप्रिय स्टेडियम है, जो मेलबर्न शहर में स्थित है। यह दुनिया के सबसे पुराने और ऐतिहासिक क्रिकेट मैदानों में से एक माना जाता है। यहां पर T20, टेस्ट और वनडे जैसे बड़े मैच होते हैं।
इस मैदान की पिच का स्वभाव मैच के फॉर्मेट और मौसम पर निर्भर करता है। टेस्ट मैचों के दौरान, पिच तेज गेंदबाजों को शुरुआत में मदद करती है,

जबकि स्पिन गेंदबाजों के लिए यह फायदेमंद होती है। वहीं, वनडे और T20 में पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को समान मौका देती है।
हालांकि, यहां पर और भी बहुत सी जानकारी है, जो आपके लिए लाभकारी हो सकती है। इसलिए, इस आर्टिकल में हम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के पिच रिपोर्ट के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
इस पोस्ट में आप जानने वाले हैं !
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की मुख्य जानकारी
- स्थान: मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया
- स्थापना: 1853
- क्षमता: लगभग 1,00,024 दर्शक
- मालिक: मेलबर्न क्रिकेट क्लब (MCC)
- उपयोग: क्रिकेट के अलावा, यहां फुटबॉल, रग्बी और अन्य खेलों के साथ संगीत कार्यक्रम भी होते हैं।
- पहला टेस्ट मैच: 1877 में, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच।
- पहला वनडे मैच: 1971 में।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर गेंदबाजों और बल्लेबाजों के लिए पिच का स्वभाव
गेंदबाजों के लिए
तेज गेंदबाजों के लिए
- शुरुआती ओवरों में नई गेंद से उछाल और स्विंग देखने को मिलती है।
- सुबह के समय हल्की नमी होने के कारण तेज गेंदबाजों को फायदा हो सकता है।
- यहां की पिच हार्ड होने के कारण बाउंसर और शॉर्ट पिच गेंदों के लिए मददगार होती है।
स्पिन गेंदबाजों के लिए
- टेस्ट मैच के तीसरे और चौथे दिन पिच पर दरारें बनने लगती हैं, जिससे स्पिनर्स को अच्छा टर्न और बाउंस मिलता है।
- सीमित ओवरों में यहां धीमी गेंद और वेरिएशन प्रभावी होते हैं।
बल्लेबाजों के लिए
शुरुआती ओवरों में
- नई गेंद के कारण बल्लेबाज को स्विंग और उछाल का सामना करना पड़ता है।
- इस समय ध्यान से खेलना बहुत जरूरी होता है।
मध्य और अंतिम ओवरों में
- जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, पिच बल्लेबाजों के लिए अच्छी होती जाती है।
- जो बल्लेबाज सेट हो जाते हैं, वे बड़े शॉट्स खेलकर अच्छा स्कोर बना सकते हैं।
- तेज आउटफील्ड की वजह से चौके और छक्के लगाना आसान हो जाता है।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मौसम का असर
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड का मौसम मैच पर बड़ा असर डालता है। यहां का मौसम बहुत अप्रत्याशित होता है और दिनभर कई बार बदल सकता है।
आइए जानते हैं कि इसका खेल पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
ठंडा और बादल वाला मौसम
- जब अधिकतर समय बादल होते हैं, तो तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त स्विंग मिलती है।
- गेंद हवा में ज्यादा मूव करती है, जिससे बल्लेबाज को चुनौती मिलती है।
- सुबह के समय गेंदबाजों का दबदबा रहता है।
गर्म और धूप वाला मौसम
- जब अधिकतर समय धूप होती है, तो पिच सूख जाती है, जिससे बल्लेबाज को फायदा होता है।
- तेज गेंदबाजों को कम मूवमेंट मिलती है और स्पिन गेंदबाजों को भी ज्यादा मदद नहीं मिलती।
- तेज आउटफील्ड के कारण बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाता है।
बारिश का असर
- बारिश के बाद पिच और आउटफील्ड गीले हो जाते हैं, जिससे गेंदबाजों को ज्यादा स्विंग मिलती है।
- मैच में रुकावट आने पर ओवर घट सकते हैं, जिससे रणनीति में बदलाव हो सकता है।
रात के मैचों में
- रात के समय गेंद गीली हो जाती है, जिससे स्पिनर्स को ग्रिप लेने में परेशानी होती है।
- हालांकि, इस समय बल्लेबाजों को रन बनाना थोड़ा आसान हो जाता है।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) के लिए Dream11 टीम बनाने के आसान टिप्स
पिच और मैच के प्रकार को समझें
MCG की पिच टेस्ट मैच के शुरुआती दिनों में गेंदबाजों के लिए मददगार होती है, जबकि T20 और वनडे जैसे मैचों में बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद रहती है।
सीमित ओवरों के मैचों में टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों और डेथ ओवर गेंदबाजों को अपनी टीम में शामिल करना अच्छा रहेगा।
ऑलराउंडरों को प्राथमिकता दें
MCG का बड़ा मैदान है, जहां ऑलराउंडर खिलाड़ी दोनों, गेंदबाजी और बल्लेबाजी, में अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
इसलिए, ऑलराउंडर्स को चुनें जो मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं और बीच के ओवरों में गेंदबाजी करते हैं।
गेंदबाजों का चयन ध्यान से करें
आप तेज गेंदबाजों को प्राथमिकता दे सकते हैं, खासकर उन गेंदबाजों को जो शुरुआती ओवरों में विकेट लेने में माहिर होते हैं।
स्पिनर्स को टेस्ट मैच के बाद के दिनों या T20 के बीच के ओवरों में अच्छा टर्न और बाउंस मिलता है।
कप्तान और उपकप्तान का चुनाव
वनडे और T20 में, टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों या ऑलराउंडर्स को कप्तान बनाना बेहतर हो सकता है, क्योंकि ये खिलाड़ी मैच में ज्यादा योगदान देते हैं।
बोलर्स में, ऐसे खिलाड़ियों को चुनें जो डेथ ओवर्स में अच्छे प्रदर्शन करते हैं और नियमित रूप से विकेट लेते हैं।
बड़े मैदान को ध्यान में रखें
बड़े मैदान होने के कारण यहां फील्डिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है। ऐसे फील्डर्स को चुनें जो कैच पकड़ने या रन आउट करने में अच्छे होते हैं।
ऐसे बल्लेबाजों को चुनें जो गैप्स में खेल सकें और तेजी से रन बना सकें।
अगर आप हमारे दिए गए टिप्स के अनुसार टीम बनाते हैं, तो आपकी टीम के अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है और आप मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच और परिस्थितियों का पूरा फायदा उठा सकेंगे।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पिच रिपोर्ट से संबंधित सामान्य प्रश्न
Q1. क्या मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच बल्लेबाजों के लिए बेहतर है या गेंदबाजों के लिए?
Ans. यहां की पिच आमतौर पर संतुलित रहती है। टेस्ट मैचों के दौरान शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है,
जबकि बाद में स्पिनरों के लिए पिच ज्यादा फायदेमंद होती है। वनडे और T20 में पिच बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मददगार रहती है।
Q2. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर औसत स्कोर क्या होता है?
Ans. टेस्ट मैचों में पहली पारी का औसतन स्कोर 300 से 350 रन के बीच रहता है, जबकि वनडे में यह 260 से 280 रन के बीच होता है और T20 में औसतन 160 से 180 रन होते हैं।
Q3. क्या MCG की पिच पर स्पिन गेंदबाज प्रभावी होते हैं?
Ans. टेस्ट मैचों के तीसरे और चौथे दिन जब पिच में दरारें आती हैं, तो स्पिन गेंदबाजों को अच्छा टर्न मिलता है। हालांकि, वनडे और T20 में स्पिनर्स को धीमी गेंद और वेरिएशन का इस्तेमाल करना पड़ता है।
Q4. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड का मौसम खेल पर कितना असर डालता है?
Ans. अगर बादल हों, तो तेज गेंदबाजों को स्विंग मिलती है। धूप में पिच सूखी रहती है, जिससे बल्लेबाजों को मदद मिलती है। अगर बारिश हो, तो पिच और आउटफील्ड गीली हो जाती है, जिससे खेल प्रभावित हो सकता है।
Q5. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर टॉस जीतकर क्या करना चाहिए?
Ans. यह टीम की रणनीति पर निर्भर करता है, लेकिन टेस्ट मैचों में पहले बल्लेबाजी करना फायदेमंद हो सकता है। वनडे और T20 में पहले गेंदबाजी करना बेहतर रहता है, खासकर जब ओस गिरने की संभावना हो।